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बहुत कोशिश करने के बाद भी मै सबके टिप्पणियों का जवाब नही लिख पाता तो सोचा कि इसके लिए एक पोस्ट ही लिख दिया जाए (पोस्ट की संख्या भी एक बढ़ जायेगी!)।
वास्तव मे अक्सर मै पुरे सप्ताह का पोस्ट एक दिन ही बैठ कर लिख देता हूँ। बीच मे कभी समय मिले तो थोड़ा बहुत देख लेता हूँ या फुटकर पोस्ट चेप देता हूँ। तो पहले मै वो कम कर लूँ जिसके लिए मैंने ये पोस्ट लिखना आरम्भ किया है।
रजिया जी धन्यवाद आपका जो अपने मुझे समझा और सच को लिखा, ओम आर्य और उड़नतस्तरी ब्लॉग ने मेरी गुडिया के लिए बधाई लिखा, आपकी बधाई के साथ आपकी दुआयें भी उसके बहुत कम आएँगी... कपिला जी रिश्तो की अहमियत तो सच मे तब समझ मे आती है जब रिश्तें दूर हो जाते है, आपके मार्गदर्शन की हमेशा अपेक्षा रहेगी। राजीव जी और रंजना जी आपके शब्द मेरे लिए प्रेरणादायक रहेंगे... श्यामल जी आपके कहने के बाद मैंने खुशी को अन्दर ढुंढने की कोशिश आरम्भ कर दी है... बसंत जी और परमजीत जी ने जिंदगी के फलसफे को बताया, धन्यवाद्... राहुल कौशिक जी रक्तदान तो मई नियमित रूप से करता हूँ, कभी जरुरत हो तो जरुर याद करे, मेरा रक्त समूह A+ है...
अन्य सभी लोग जिन्होंने मेरे पोस्ट पर टिपण्णी की है उनका धन्यवाद्... आपके शब्द लिखने के लिए हमेशा प्रेरित करते है
वास्तव मे अक्सर मै पुरे सप्ताह का पोस्ट एक दिन ही बैठ कर लिख देता हूँ। बीच मे कभी समय मिले तो थोड़ा बहुत देख लेता हूँ या फुटकर पोस्ट चेप देता हूँ। तो पहले मै वो कम कर लूँ जिसके लिए मैंने ये पोस्ट लिखना आरम्भ किया है।
रजिया जी धन्यवाद आपका जो अपने मुझे समझा और सच को लिखा, ओम आर्य और उड़नतस्तरी ब्लॉग ने मेरी गुडिया के लिए बधाई लिखा, आपकी बधाई के साथ आपकी दुआयें भी उसके बहुत कम आएँगी... कपिला जी रिश्तो की अहमियत तो सच मे तब समझ मे आती है जब रिश्तें दूर हो जाते है, आपके मार्गदर्शन की हमेशा अपेक्षा रहेगी। राजीव जी और रंजना जी आपके शब्द मेरे लिए प्रेरणादायक रहेंगे... श्यामल जी आपके कहने के बाद मैंने खुशी को अन्दर ढुंढने की कोशिश आरम्भ कर दी है... बसंत जी और परमजीत जी ने जिंदगी के फलसफे को बताया, धन्यवाद्... राहुल कौशिक जी रक्तदान तो मई नियमित रूप से करता हूँ, कभी जरुरत हो तो जरुर याद करे, मेरा रक्त समूह A+ है...
अन्य सभी लोग जिन्होंने मेरे पोस्ट पर टिपण्णी की है उनका धन्यवाद्... आपके शब्द लिखने के लिए हमेशा प्रेरित करते है
2 comments:
शुभकामनाऐं..लिखते रहें.
चलो सही कहनेवाले ही ज़्यादा अच्छे लगते हैं। अपनी ग़लती को मान भी लिया और लो अब आपकी पोस्ट पर कमेन्ट्स भी आने लग गये।
लिखते रहिये।
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