क्या यह बलात्कार का प्रयास था???
हाल मे नोयडा के मैनेजमेंट की छात्र का एमएमएस, एक मीडियाकर्मी का एमएमएस और इन तरह की खबरों के बीच दो घटनाओ ने मुझे अन्दर से उदेलित किया। हालाँकि दोनों मे से कोई घटना मीडिया की सुर्खी नही बनी, ना बन सकती है क्यूंकि यहाँ टीआरपी नही है। इन दोनों घटना का मै ख़ुद साक्षी हूँ पर मैंने इनमे से नाम दिया है ताकि किसी को परेशानी नही हो।
पहली घटना साउथ दिल्ली के मुनिरका इलाका का है। आजकल मेरी रात और दिन अक्सर भटकते हुए बीत जाती है। कल भी मै 2 दोस्तों के साथ मुनिरका मे एक दोस्त के पास गया था। थोड़ा सा पार्टी का माहौल था और सब बैठ कर ड्रिंक ले रहे थे। अचानक फ्लैट के बाहर किसी लड़की के रोने और सिसकने की आवाज़ आने लगी। वह कुछ बोल भी रही थी पर समझ मे नही आ रहा था। हमलोग बाहर निकले तो देखा तो एक लड़की केवल पैंटी पहने अपने शरीर को छुपाने का प्रयास कर रही थी। उसे चादर दिया, तब तक और भी फ्लैट से लड़के बाहर आ गए। लड़की ने सिसक सिसक कर जो बताया उससे जो कहानी सामने आई उसे मै आपको बता रहा हूँ।
लड़की उडीसा के किसी गावं की रहने वाली थी। दिल्ली मे रहकर कॉल सेण्टर की ट्रेनिंग कर रही थी। उसी के पास के गावं का एक लड़का भी दिल्ली मे ही रहता है. वह दूर के रिश्ते मे उसका भाई भी लगता है । वह अक्सर उससे मिलाने आता रहता था। कई बार रात मे भी रुक जाता था। लड़की के घरवाले भी इस बात को जानते थे। उस रात भी वह लड़का आया हुआ था। वह अपने साथ बोदका ले कर आया था। उसने फ्लैट मे ही बोद्का पी और थोडी सी लड़की को भी पिलाई। लड़की ने भी साथ देने के लिए थोड़ा सा पी लिया। लड़की का कहना था कि पीने के बाद वह लड़का उसके साथ बदतमीजी करने लगा। उसने लड़की के कपड़े भी उतर दिए। लड़की ने जब मना किया तो जबरदस्ती पर उतर आया। किसी तरह से बचकर वह बाहर निकली।
वह मौजूद लड़के उसके कमरे मे जाकर उस लड़के को बाहर ले कर आए। वह नशे मे था पर उसने दूसरी ही कहानी सुने। उसका कहना था कि लड़की उसके साथ फ्लर्ट करती थी। आज उसे मौका मिला तो पहले तो साथ देने लगी फिर अचानक वह विरोध पर उतर आई। खैर ये तो उनका किस्सा है, बाद मे उस लड़की ने भी उसे चुपचाप वापस भेज दिया। पुलिस मे शिकायत दर्ज कराने से मना कर दिया और घर पर भी किसी को फ़ोन कर बताने से इंकार कर दिया।
पर प्रश्न यहाँ उठता है कि समाज मे इस प्रकार के सम्बन्ध कब प्रश्रय पाने लगते है? आखिर क्या हो जाता है कि माता पिता भी इनसब से आँख बंद कर लेते है?
दूसरी घटना अगली पोस्ट मे
जिससे किया प्यार उसने पहुचाया बाज़ार
पहली घटना साउथ दिल्ली के मुनिरका इलाका का है। आजकल मेरी रात और दिन अक्सर भटकते हुए बीत जाती है। कल भी मै 2 दोस्तों के साथ मुनिरका मे एक दोस्त के पास गया था। थोड़ा सा पार्टी का माहौल था और सब बैठ कर ड्रिंक ले रहे थे। अचानक फ्लैट के बाहर किसी लड़की के रोने और सिसकने की आवाज़ आने लगी। वह कुछ बोल भी रही थी पर समझ मे नही आ रहा था। हमलोग बाहर निकले तो देखा तो एक लड़की केवल पैंटी पहने अपने शरीर को छुपाने का प्रयास कर रही थी। उसे चादर दिया, तब तक और भी फ्लैट से लड़के बाहर आ गए। लड़की ने सिसक सिसक कर जो बताया उससे जो कहानी सामने आई उसे मै आपको बता रहा हूँ।
लड़की उडीसा के किसी गावं की रहने वाली थी। दिल्ली मे रहकर कॉल सेण्टर की ट्रेनिंग कर रही थी। उसी के पास के गावं का एक लड़का भी दिल्ली मे ही रहता है. वह दूर के रिश्ते मे उसका भाई भी लगता है । वह अक्सर उससे मिलाने आता रहता था। कई बार रात मे भी रुक जाता था। लड़की के घरवाले भी इस बात को जानते थे। उस रात भी वह लड़का आया हुआ था। वह अपने साथ बोदका ले कर आया था। उसने फ्लैट मे ही बोद्का पी और थोडी सी लड़की को भी पिलाई। लड़की ने भी साथ देने के लिए थोड़ा सा पी लिया। लड़की का कहना था कि पीने के बाद वह लड़का उसके साथ बदतमीजी करने लगा। उसने लड़की के कपड़े भी उतर दिए। लड़की ने जब मना किया तो जबरदस्ती पर उतर आया। किसी तरह से बचकर वह बाहर निकली।
वह मौजूद लड़के उसके कमरे मे जाकर उस लड़के को बाहर ले कर आए। वह नशे मे था पर उसने दूसरी ही कहानी सुने। उसका कहना था कि लड़की उसके साथ फ्लर्ट करती थी। आज उसे मौका मिला तो पहले तो साथ देने लगी फिर अचानक वह विरोध पर उतर आई। खैर ये तो उनका किस्सा है, बाद मे उस लड़की ने भी उसे चुपचाप वापस भेज दिया। पुलिस मे शिकायत दर्ज कराने से मना कर दिया और घर पर भी किसी को फ़ोन कर बताने से इंकार कर दिया।
पर प्रश्न यहाँ उठता है कि समाज मे इस प्रकार के सम्बन्ध कब प्रश्रय पाने लगते है? आखिर क्या हो जाता है कि माता पिता भी इनसब से आँख बंद कर लेते है?
दूसरी घटना अगली पोस्ट मे
जिससे किया प्यार उसने पहुचाया बाज़ार
2 comments:
आप भी मीडिया वाला काम ही कर रहे हैं
mamlaa clear nahin hai...shayad dono me misunderstanding hui..aur bhapada ban gaya...
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